शनिवार, 14 जून 2014

जल्दी इलाज करवाने में आपकी ही भलाई है

आखिर लोग समझते  क्यों नहीं कि जल्दी इलाज करवाने में उनकी ही भलाई है । डाक्टर इस बात से परेशान रहते हैं कि स्वास्थ्य सेवाएं करीब होने के बावजूद भी लोग जल्दी इलाज क्यों नहीं करवाते ? इस बात को समझने के लिए रोग और बीमारी इन दो शब्दों के अंतर को समझना होगा ।
बीमारी वह जैव शारीरिक क्रिया है जो मानव शरीर में बदलाव एवम गड़बड़ी के रूप में दिखाई दे । साधारणत : शरीर में हर समय बदलाव होते रहते हैं । परन्तु बदलाव अपने आप में कोई बीमारी नहीं हैं । मसलन बच्चे की वृद्धि के समय उसके शरीर में उसके शरीर में कई बदलाव होते हैं परन्तु इन बदलावों का यह मतलब नहीं कि  बच्चे को कोई बीमारी है । जब इन बदलवों से शरीर के क्रियाकलापों में कोई गड़बड़ी पैदा होती है तभी हम , चिकित्सा विज्ञान के नजरिये से कहते हैं कि व्यक्ति को कोई बीमारी है ।
दूसरी और , बीमारी का अर्थ है रोग होने का अहसास । इस बात को समझने के लिए विटामिन ए की कमी का उदाहरण सटीक है । रोग की  शुरुआत में व्यक्ति बीमारी महसूस नहीं करता , हालाँकि शरीर में बदलाव हो रहे होते हैं । ऑंखें सूखी रहने लगती हैं और चमड़ी की रंगत बदलने लगती है । इससे शरीर ककए सामान्य क्रियाकलाप में भी बदलाव आ सकते हैं । चिकित्सा विज्ञान की दृष्टि में ऐसे लोग रोगग्रस्त हैं परन्तु हो सकता है वे स्वयं अपने आपको को बीमार न समझें । व्यक्ति इस रोग को बीमारी के रूप में तभी महसूस करते हैं जब रतौंधी की शुरुआत होती है ।

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